Types of digital marketing in Hindi - यदि हम बात डिजिटल मार्केटिंग के प्रकार के बारे में कर रहें है तो आप सभी को ये जानना बहुत जरूरी है की डिजिटल मार्केटिंग के लिए internet ही एकमात्र साधन है। Internet के बिना डिजिटल मार्केटिंग के बारे में सोचना अपना समय बर्बाद करने के बराबर है। Internet के माध्यम से ही हम अलग अलग website तक अपनी पहुच बना सकते है जिसकी सहायता से डिजिटल मार्केटिंग किया जा सकता हैं। यदि आप internet के बिना डिजिटल मार्केटिंग के बारे में सोच रहें हैं तो ये ख्याल अपने दिमाग से निकाल डिजिये। क्योंकि इसके बिना यह संभव ही नहीं है। नीचे हम आपको डिजिटल मार्केटिंग के प्रकार के बारे में बता रहे हैं।
1- सर्च इंजन ऑप्टिमाइजेशन यानी SEO
SEO की वजह से ही आप की वेबसाइट रैंक करती है और सर्च करते समय पहले पेज पर अपना स्थान बनाती है। जब आप की वेबसाइट को सर्च करने पर वह पहले स्थान पर दिखाई देती है तो आपकी साइट पर विजिट करने वालों की संख्या भी बढ़ जाती है। पहले स्थान पर दिखने के कारण लोगों का विश्वास आपकी वेबसाइट पर बढ़ जाता है जिसके कारण वह उस लिंक पर क्लिक करते हैं।
किसी भी वेबसाइट या ब्लॉग का SEO करने के लिए उसमें टॉपिक से संबंधित keywords का प्रयोग करना पड़ता है। ये keywords वैसे ही होने चाहिए जैसा लोग सर्च करते हैं तभी आपकी वेबसाइट की Ranking में सुधार होगा।
2- सोशल मीडिया - Social media
सोशल मीडिया का नाम सुनकर यदि आपके मन में Facebook, Twitter, Instagram, Linkdin आदि का ख्याल आ रहा है तो आप बिल्कुल सही हैं। आज लोग सबसे ज्यादा समय सोशल मीडिया पर बिताना पसंद करते हैं। सोशल मीडिया और डिजिटल मीडिया का संबंध बहुत गहरा है। यदि आप सोशल मीडिया के द्वारा डिजिटल मार्केटिंग करने की सोच रहे हैं तो आप बहुत कम समय में बहुत सारे लोगों तक अपनी पहुंच बना सकते हैं। सोशल मीडिया के बारे में तो आप सब अच्छी तरह जानते ही हैं की इतनी जल्दी कोई चीज वहां पर वायरल हो जाती है। सोशल मीडिया पर जब आप कोई वीडियो देख रहे होते हैं या कोई पोस्ट पढ़ रहे होते हैं तो आपने गौर किया होगा कि बीच-बीच मैं आपको विज्ञापन भी देखना पड़ता है, यह डिजिटल मार्केटिंग के कारण ही होता है। सोशल मीडिया के द्वारा किया गया विज्ञापन उस ब्रह्मास्त्र के समान है जो कभी भी विफल नहीं होता है। यदि विज्ञापन के नजरिए से देखा जाए तो विज्ञापन के लिए सोशल मीडिया वही ब्रह्मास्त्र है।
3- ईमेल मार्केटिंग - Email marketing
आज शायद ही कोई ऐसा व्यक्ति होगा जिसे ईमेल के बारे में पता नहीं होगा। यदि आप के पास स्मार्टफोन है तो आपके पास भी अपना ईमेल होगा क्योंकि बिना ईमेल के स्मार्टफोन को नहीं चलाया जा सकता है। कई बार आपने देखा होगा आपके पास कोई ईमेल आया है और जब आप उस ईमेल को खोलते हैं तो उसमें किसी नए प्रोडक्ट के बारे में जानकारी होती है या किसी नए ऑफर के बारे में बताया गया होता है, इसे ही ईमेल मार्केटिंग कहा जाता है। आज लगभग सभी व्यापारियों के लिए ईमेल मार्केटिंग बहुत जरूरी हो गया है क्योंकि इसी के माध्यम से वह अपने ग्राहकों को नए ऑफर और नई जानकारियां समय पर दे सकते हैं। उदाहरण के लिए मान लीजिए ऐमेज़ॉन अपने किसी सामान पर कोई छूट देने जा रहा है तो वह अपने सभी ग्राहकों को इसकी सूचना ईमेल के द्वारा भेज देता है ताकि समय रहते लोग उसका फायदा उठा सकें। आज के समय में ईमेल मार्केटिंग डिजिटल मार्केटिंग के लिए बहुत सुगम रास्ता है।
4- यूट्यूब चैनल - YouTube channel
यूट्यूब भी सोशल मीडिया के अंदर ही आता है। इसके द्वारा डिजिटल मार्केटिंग करना बहुत आसान होता है क्योंकि यहां पर एक ही समय में करोड़ों लोगों की भीड़ एक साथ मिल जाती है। यदि हम बात यूट्यूब की कर रहे हैं तो आपको यह पता होना चाहिए कि पूरी दुनिया में एक ही समय पर करोड़ों लोग यूट्यूब पर ऑनलाइन होते हैं। यही कारण है कि आज सभी व्यवसाय का अपना यूट्यूब चैनल है। सभी अपने प्रोडक्ट का वीडियो अपने यूट्यूब चैनल पर अपलोड करते हैं। यहां पर कुछ ही घंटों में वीडियो को अरबों लोग देख लेते हैं और यह गिनती हर घंटे लगातार बढ़ती ही रहती है। यूट्यूब से डिजिटल मार्केटिंग करने के लिए आपको पैसे भी खर्च नहीं करने पड़ते हैं।
5- एफिलिएट मार्केटिंग - Affiliate marketing
आज बहुत सारी कंपनियां एफिलिएट मार्केटिंग प्रोग्राम चला रही हैं। इसके लिए आपको उस कंपनी के एफिलिएट प्रोग्राम में रजिस्टर करना होता है। इसके बाद आप को उस कंपनी या प्रोडक्ट का एक Unique लिंक मिल जाता है, आपको उस लिंक को लोगों के साथ शेयर करना होता है। जब भी कोई आपके Unique लिंक पर क्लिक करके उस कंपनी का सामान खरीदता है तो उसके बदले वह कंपनी आपको कमीशन के रूप में कुछ पैसे देती है। इसे ही एफिलिएट मार्केटिंग कहा जाता है। आज बहुत सारे लोग एफिलिएट मार्केटिंग के द्वारा महीने में लाखों रुपए कमा रहे हैं। यह काम कोई भी कर सकता है अगर उसे इसके बारे में थोड़ी जानकारी है तो।
6- पे पर क्लिक एडवरइजमेंट - PPC
PPC को अगर सीधे और सरल भाषा में समझना है तो मान लीजिए कि आप एक व्यापारी हैं और आपको अपने सामान की जानकारी देने के लिए विज्ञापन देना है तो आपने विज्ञापन देने के लिए PPC माध्यम चुना। जब भी आपका विज्ञापन दिखाई देगा और कोई भी व्यक्ति उस विज्ञापन पर क्लिक करेगा तो आपको सिर्फ उस क्लिक करने वाले विज्ञापन का ही पैसा देना पड़ेग। इसे ही PPC मार्केटिंग कहा जाता है।
7- एप्स मार्केटिंग - Apps marketing
आज लगभग सभी कंपनी अपना प्रचार करने और अपना उत्पाद बेचने के लिए एप्स का सहारा ले रही है। कंपनी अपना खुद का ऐप बनाकर लोगों तक अपनी पहुंच बना रही है। उदाहरण के तौर पर आप म्युचुअल फंड और शेयर मार्केट को देख सकते हैं। इन दोनों से संबंधित बहुत सारे ऐप मौजूद है जिसका प्रयोग लोग कर रहे हैं। इसके अलावा आप ई-कॉमर्स जैसे अमेजॉन फ्लिपकार्ट को भी देख सकते हैं। इन के माध्यम से आपको सीधे इनके उत्पाद के बारे में जानकारी मिलती है और आप उनका सामान खरीद लेते हैं। इस तरह की मार्केटिंग को एप्स मार्केटिंग कहा जाता है।